जमशेदपुर टेल्को संगीत समाज के सभागार में स्वर्गीय पंडित आनंद चंद चौधरी की 14वीं पुण्यतिथि मनाई गई

 

जमशेदपुर टेल्को संगीत समाज के सभागार में स्वर्गीय पंडित आनंद चंद चौधरी की 14 वीं पुण्यतिथि पर संगीत समाज के सचिव पार्थो मुखोपाध्याय , उपाध्यक्ष गोपाल मिश्रा , कमेटी मेंबर आलोक कुमार  एवं प्रधानाचार्य सुरेंद्र कुमार ने उनकी प्रतिमा पर दीप प्रचलित करके श्रद्धांजलि दिया। स्वर्गीय पंडित अनांदचंद चौधरी ने भारतीय परंपरा और संस्कृति के उत्थान के लिए संगीत एवं कला के क्षेत्र में एक सुनहरा भविष्य आने वाली पीढियां के लिए देकर गए। पुण्यतिथि के अवसर पर भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता पर आधारित संगीत समाज के छात्र गीत एवं नृत्य प्रस्तुत किए।



संगीत समाज के उपाध्यक्ष गोपाल मिश्रा ने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी संस्कृति से संबंधित गीत, देशभक्ति गीत, लोकगीत, त्योहारों से संबंधित गीत, लोक नृत्य आदि बड़ी ही सरलता से सिखा सकते हैं तथा उन्हें अपनी मातृ भाषा एवं संस्कृति से अवगत करवा सकते हैं। संगीत के बिना भारतीय संस्कृति की कल्पना करना अनुचित होगा। आने वाली पीढ़ी तक भारतीय संस्कृति को सुरक्षित रखने हेतु विशुद्ध भारतीय संगीत का संरक्षण अति आवश्यक है। फिल्म निर्माताओं को संस्कृति पर आधारित फिल्मों का भी निर्माण करना चाहिए। पाश्चात्य की जगह भारतीय वाद्यों का संगीत के लिए अधिक प्रयोग किया जाना चाहिए।












संगीत समाज के सचिव पार्थ मुखोपाध्याय ने अपने वक्तव्य में कहा कि बच्चे आजकल मोबाइल  की दुनिया में खोए रहते हैं उनके अंदर सामाजिक संवेदनाएं का अभाव देखा जा रहा है। ऐसे बच्चों को कला और संस्कृति के माध्यम से जोड़कर हम उनके उज्जवल भविष्य बना सकते हैं।
संगीत समाज के कमेटी मेंबर आलोक कुमार  ने कहा कि संगीत समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है यहां पर दो भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी एवं बिस्मिल्लाह खान ने अपनी प्रस्तुति दी है अहमद हुसैन मालिनी अवस्थी अरविंद सुल्तान माने जाने कलाकार ने संगीत समाज के प्रांगण में अपनी हुनर की प्रस्तुति दी है। इस गौरवशाली इतिहास एवं भारतीय संस्कृति की धरोहर को संजोकर आने वाली पीढ़ी का मार्ग प्रशस्त करना है जिससे हम बच्चों में अच्छा संस्कार एवं समाज में भारतीय संस्कृति का उत्थान हो सके।


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