बिहार के सूर्यगढ़ा लखीसराय में प्रगतिशील मगही समाज द्वारा विचार गोष्टी संपन्न

बिहार के सूर्यगढ़ा लखीसराय में प्रगतिशील मगही समाज द्वारा विचार गोष्टी संपन्न 






प्रगतिशील मगही का विचार गोष्ठी सूर्यगढ़ा, जिला लखीसराय में संपन्न हुआ। मगही समाज की ओर से संबोधित करते हुए सुशील रंजन ने कहा कि समाज को शोषण मुक्त बनाने के लिए प्रउत प्रणेता श्री प्रभात रंजन सरकार  द्वारा प्रदत प्रउत आधारित सामाजिक आर्थिक दर्शन को समझ में तत्काल प्रभाव से लागू करना होगा उन्होंने विचार गोष्ठी के माध्यम से अपनी मांगों को रखा

हमारी माँगें :


1. भारत मूल रूप से प्रमुख चौवालिस जन गोष्ठियों (जनपदों) का समाहार है, इन सभी को स्वतंत्र सामाजिक आर्थिक इकाई का वैधानिक दर्जा देकर सबको अपने अपने संसाधन पर पूर्ण आत्मनिर्भर होने का अवसर दिया जाय।


2- जन गोष्ठियों के संसाधनों को कच्चे रूप में बाहर ले जाने से रोकने का कानून बनाया जाय। 


3. कृषि को उद्योग का दर्जा देकर उद्योगपतियों की तरह किसानों को भी अपने उत्पाद पर लागत खर्च जोड़कर दाम तय करने का अधिकार दिया जाय।


4. कृषि आधारित, कृषि सहायक तथा अन्य संसाधनों पर उद्योग स्थानीय लोगों द्वारा सहभागिता के आधार पर संचालित कराने का कानून बनाया जाय। 5. जन गोष्ठियों की मातृभाषा को जन गोष्ठी विशेष की पढ़ाई लिखाई और काम काज की भाषा बनाई जाय।


6. जन प्रतिनिधियों को मिलने वाले वेतन पेंशन तथा विधायिका के अलावा अन्य क्षेत्रों में इनके हस्तक्षेप को समाप्त किया जाय।


7. शिक्षा और चिकित्सा निजी हाथों से मुक्त कराकर इसे सभी के लिए सभी स्तर तक बिल्कुल मुफ्त कियाजाय।


8. अमलीलता और भोगवाद को बढ़ावा देने वाले सिनेमा, धारावाहिक विज्ञापन, इन्टरनेट आदि पर रोक लगाकर नैतिक मूल्यों पर आधारित चीजों को प्रसारित किया जाय।


मगही समाज की  उक्त कार्ययोजना भारत के आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और राजनैतिक संकट से स्वाई


(निदान की महा औषधी है।


• आप सुधीजन से आग्रह है की इस मुहिम में भाग लेकर नई व्यवस्था के निर्माण में सहभागी बनें।







 

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