अमझरिया आनंदमार्गियों ध्यान मंदिर परिसर में जबरदस्ती घुसे वनकर्मी

 अमझरिया ध्यानमंदिर परिसर में जबरन घुसे वनकर्मी, झंडोत्तोलन में उत्पन किया व्यवधान

 महिलाओं के साथ भी किया छेड़छाड़

वन कर्मियों ने भक्तों को जेल भेजने व ध्यान मंदिर को बुलडोजर से जमींदोज करने की दी धमकी

सभी अखबारों ने  इस खबर को प्रमुखता से छापा है




मंगलवार स्वतंत्रता दिवस के दिन पूर्वाहन करीब 9:15 बजे वनकर्मी अमझरिया स्थित कीर्तन ध्यान मंदिर में घुस गए और वहां मौजूद भक्तजनों से गाली गलौज, धक्का मुक्की और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ किया। इस दौरान एक भी महिला वनकर्मी मौजूद नहीं थी। इसकी शिकायत मार्ग के भुक्ती प्रधान सुरेश किशोर राम ने चंदवा थाना में की है, उन्होंने लिखित आवेदन थाना प्रभारी को दिया है। आवेदन में यह जानकारी दी गई है कि 15 अगस्त को कीर्तनधाम अमझरिया परिसर में प्रत्येक वर्ष की तरह स्कूल के बच्चों एवं आनंदमर्गियों के द्वारा झंडोतोलन किया जा रहा था। 9:15 बजे पूर्वाहन में वन विभाग के पदाधिकारी राकेश कुमार (R.FO) चन्दवा टेटोरियल अपने फोरेस्ट गार्ड तथा विरेन्द्र (ऑफीस स्टाफ) के साथ अचानक अपने दस्ता के साथ पहुँच गए और धमकी देने लगे। कहने लगे कि वह सब DFO रोशन कुमार के आदेश पर आए हैं। ध्यान मंदिर कीर्तनधाम में जूता पहनकर घुस कर धार्मिक भावना को आहत पहुँचाया।


जब राकेश कुमार (RFO) और विरेन्द्र सिंह के इस कार्य का भक्तजनों ने विरोध किया तो उन्होंने जातिसूचक शब्द का प्रयोग कर गाली गलौज करते जेल में बंद करने की धमकी दी और आनंदमार्ग के संस्थापक गुरु श्री श्री आनंदमूर्ति जी के बारे में अपमानजनक शब्द इस्तेमाल किया। वन कर्मियों ने धमकी दी की ध्यानमंदिर को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि आनन्दमार्ग प्रचारक संघ जो एक विश्वस्तरीय धार्मिक संगठन है उसके संस्थापक श्रीश्री आनन्द मूर्ति जी आठ अक्टूबर 1970 को कीर्तनधाम अमझरिया में अष्टाक्षरी सिद्ध महामंत्र बाबा नाम केवलम देकर मंदिर की स्थापना किया था। तभी से अक्सर सेवामूलक कार्य, कीर्तन भजन किया जा रहा है। यह जगह आनंद मार्गियों के लिए ऐतिहासिक धरोहर है। इस घटना के बाद आनंदमर्गियों में काफी आक्रोश है और वह प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।

करुणा करण मीडिया सचिव, अमझरिया कीर्तन नगर डेवलपमेंट सोसाइटी

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