AMPS रांची एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा फतवा जारी किया गया


धर्म की ग्लानि 

AMPS रांची एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा फतवा जारी किया गया
अत्यावश्यक सूचना

आप सभी लोग को ज्ञात है कि श्रद्धेय पुरोधा प्रमुख  द्वारा भव्य ढंग से शुभारंभ हुआ अष्ट दिवसीय कीर्तन, आनन्द मुक्तिसुधा,कीर्तन नगर,अमझरिया मे भक्तिभाव से चल रहा है। सभी भक्तगण इस कीर्तन मे भाग लेकर भक्तिभाव की गंगा मे डुबकी लगा रहे है।

          AMPS Central की ओर से आयोजित इस अष्ट दिवसीय कीर्तन अनुष्ठान मे उन लोगों का प्रवेश वर्जित है जिन्हे संगठन बिरोधी आचरण की वजह से  निष्कासित किया जा चुका है।

               अतः वैसे सभी निष्कासित लोग इस कार्यक्रम मे अनाधिकार प्रवेश करने की चेष्टा कतई न करे।

                  धन्यवाद।

श्री श्री आनंदमूर्ति जी कहते हैं अस्त्र के द्वारा देश जय किया जा सकता है मन को जीता नहीं जा सकता। जो मन को जय करने की साधना में उतरा है वहीं साधक प्रकृत सैनिक है। विश्वमन को जीतना ही आनंद मार्गी का ध्येय है इसलिए उन्हें सैनिकोंचित गुण अर्जित करना होगा।

Prout का आधार एकमात्र आधार संगच्ध्वं ही है, ये मैं नहीं कह रहा हूँ, ये पूज्य बाबा की अमृत वाणी है ......

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संगच्ध्वं

संगचध्वं" तात्पर्य है एक सुदृढ़ और सुसंगठित समाज की संरचना जहाँ न शोषण हो न हीनमन्यता हो न महामन्यता हो। 'संगचध्वं' की आत्मा का प्रतिनिधित्व करने के लिए मैंने 'प्रउत' के सिद्धांत का प्रणयन किया है। 'प्रउत' का सम्पूर्ण सिद्धान्त इसी वैदिक मंत्र 'संगचध्वं' पर आधृत है।*

🌹 *श्री श्री आनन्दमूर्ति जी*🌹प

टना 12 अक्टूबर 1978

आनन्द वचनामृतम - तृतीय खंड

सदविप्र कभी भी किसी भी मनुष्य को घृणा नही करेंगे। प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन का सुंदर तरीके से निर्माण करने के लिए उत्साह देंगे। सदविप्र का प्रधान कर्तव्य ही होगा जिसमें किसी भी अवस्था में यह सोचने का सुयोग ना पाए कि उसका जीवन व्यर्थ हो गया है।*

श्री प्रभात रंजन सरकार

रांची एडमिनिस्ट्रेशन संगठन नहीं बल्कि एक गिरोह की तरह काम कर रहा है। मनमानी ढंग से जागृति पर कब्जा , मनमानी ढंग से जमीन बेचना, भ्रष्टाचार एव दुष्कर्म से लिप्त wt को संगठन के उच्च पद पर पदस्थापित करना, गुंडागर्दी करना , जागृति को मैरिज हॉल एवं ब्यूटीपर्लर बनाना पूरी तरीके से धन और सत्ता के लोभ संगठन के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया गया है इसलिए अगर मार्गी समाज जागरूक नहीं हुआ तो हमारे आने वाली पढ़ी ऐसे ही गुंडे एवं गिरोह शिकार हो जाएगी। 

श्री श्री आनंदमूर्ति जी का प्रवचन सदविप्र का  कर्तव्य

बाबा कहते हैं आपको समाज के लिए अच्छा करना जारी रखना चाहिए और साथ ही बुरे के खिलाफ लड़ना  चाहिए धर्म के मार्ग पर व्यक्ति को केवल अच्छे काम करने के साथ साथ बेईमान लोगों के खिलाफ लड़ना चाहिए दोनों पुण्य कार्य हैं समाज में अच्छे लोग हैं कुलीन लोग अच्छे कर्मों में लगे हुए हैं जो गलत और अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार नहीं है। इस तरह का निष्क्रिय परोपकार वास्तव में दुनिया में मानव प्रगति के कारण को बढ़ावा नहीं देते हैं। जो योग्य है वह श्रेष्ठ कर्म करके और सभी पापों और अपराधों से लड़कर पुण्य प्राप्त करता है दोनों अनिवार्य हैं दोनों धर्म का अभिन्न अंग है*

 श्री श्री आनंदमूर्ति जी

Ananda Vacanamrtam 8


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1 Comments

  1. बिल्कुल सही है ऐसा ही करना होगा बाबा के अनुसार बाबा नाम केवलम परम पिता बाबा की जय

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